नई दिल्ली । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मोदी सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों के संघ की गतिविधियों में शामिल होने पर लगे प्रतिबंध को हटाने के फैसले का स्वागत कर कहा है कि आरएसएस पिछले 99 वर्षों से सतत राष्ट्र के पुनर्निर्माण एवं समाज की सेवा में संलग्न है और मोदी सरकार का वर्तमान निर्णय भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को पुष्ट करने वाला है।
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने केंद्र सरकार के फैसले को लेकर कहा, संघ गत 99 सालों से सतत राष्ट्र के पुनर्निर्माण एवं समाज की सेवा में संलग्न है। राष्ट्रीय सुरक्षा, एकता-अखंडता एवं प्राकृतिक आपदा के समय में समाज को साथ लेकर संघ के योगदान के चलते समय-समय पर देश के विभिन्न प्रकार के नेतृत्व ने संघ की भूमिका की प्रशंसा भी की है। प्रचार प्रमुख आंबेकर ने कहा, अपने राजनीतिक स्वार्थों के चलते तत्कालीन सरकार द्वारा शासकीय कर्मचारियों को संघ जैसे रचनात्मक संगठन की गतिविधियों में भाग लेने के लिए निराधार ही प्रतिबंधित किया गया था। शासन का वर्तमान निर्णय समुचित है और भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को पुष्ट करने वाला है।
बता दें कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर सरकारी कर्मचारियों के संघ की गतिविधियों में शामिल होने पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है। केंद्र सरकार ने 1966, 1970 और 1980 में तत्कालीन सरकारों द्वारा जारी उन आदेशों में संशोधन किया है, जिसमें सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की शाखाओं और उसकी अन्य गतिविधियों में शामिल होने पर रोक लगाई गई थी।
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