देहरादून
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए भक्तों की भारी भीड़ पहुंच रही है। हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इस बीच उत्तराखंड शासन ने चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण का कार्य 2 दिन बंद रखने का निर्णय लिया है। अभी तक 27 लाख के करीब श्रद्धालु चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण करवा चुके हैं। 14 मई मंगलवार को 67965 तीर्थ यात्रियों ने चार धाम यात्रा के लिए अपना पंजीकरण कराया।
15 और 16 मई को बंद रहेंगे रजिस्ट्रेशन
शासन से प्राप्त निर्देशों का हवाला देते हुए जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुरेश यादव ने बताया कि 15 और 16 मई को दो दिन के लिए चार धाम यात्रा पंजीकरण बन्द रहेगा। चार धाम यात्रा में अभी तक 26,73,519 लोगों ने पंजीकरण कराया है। जिसमें सर्वाधिक 9.00,707 संख्या केदारनाथ धाम जाने वालों की है। बद्रीनाथ धाम के लिए 813558, गंगोत्री के लिए 478576 और यमुनोत्री जाने के लिए 421366 श्रद्धालु तीर्थयात्री पंजीकृत हुए हैं। जिला सूचना कार्यालय द्वारा मंगलवार रात यह जानकारी दी गई।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 का 10 मई से शुभारंभ हो गया है, जिसके बाद हर दिन यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड आ रहे हैं। साथ ही चारधाम यात्रा के लिए हर दिन रजिस्ट्रेशन भी लगातार किए जा रहे हैं।
इस बार चारधाम यात्रा में अभी तक पिछले सभी रिकॉर्ड टूटते जा रहे हैं। 14 मई तक 26,73,519 लाख श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। जहां यमुनोत्री धाम के लिए 4,21,366, गंगोत्री धाम के लिए 4,78,576, केदारनाथ धाम के लिए 9,00,707, बद्रीनाथ धाम के लिए 8,13,558 और हेमकुंड साहिब के लिए 59,312 श्रद्धालुओं ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन केदारनाथ धाम के लिए श्रद्धालुओं ने कराया है।
ऑफलाइन पंजीकरण के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में काउंटर
वहीं बता दें कि ऑनलाइन के अलावा प्रशासन ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की भी सुविधा दी है। बगैर रजिस्ट्रेशन यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है। पर्यटन विभाग की ओर से ऑफलाइन पंजीकरण के लिए जो व्यवस्था लागू की गई है, उसके अनुसार ऋषिकेश सेंटर से प्रत्येक दिन प्रत्येक धाम के लिए 1000 कुल 4000 पंजीकरण किए जाने हैं। जबकि हरिद्वार सेंटर से प्रति धाम 500 कुल 2000 पंजीकरण किए जाने हैं। कुल 18 पंजीकरण काउंटर खोले गए हैं। उम्मीद की जा रही है कि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन से भी तीर्थयात्रियों की संख्या में इजाफा होगा। हालांकि सुरक्षा और सुविधा के मद्देनजर बुधवार व गुरुवार को ऑफलाइन पंजीकरण नहीं होंगे।