कैसरगंज
कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र के पयागपुर विधानसभा में उमड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह पूरा चुनाव राम भक्तों और राम द्रोहियों के बीच का हो गया है। जो राम भक्त है वही भारत में शासन करेगा। क्या रामद्रोही कभी विजय हुआ है? रामद्रोही विजय होते तो हम लोग रावण की पूजा करते कुंभकरण और मेघनाथ की पूजा करते। अयोध्या में अब 500 वर्षों का इंतजार समाप्त हो गया है। हम 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को फोरलेन बनाने जा रहे हैं। जिसका सभी को लाभ मिलेगा। जो काम भारत में अयोध्या में हुआ वह दुनिया के अंदर कहीं नहीं हुआ है। यह कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के लोग तो मानते थे के अयोध्या में राम मंदिर कभी बन नहीं सकता। इसीलिए बहकाने के लिए सपा के लोग कहते थे कि परिंदा भी यहां पर नहीं मार सकता।
सीएम योगी ने कहा कि राम मंदिर बनने से दो ही लोग नाराज हैं या तो राम द्रोही या तो पाकिस्तान। बाकी पूरा हिंदुस्तान कह रहा है कि जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे। बहराइच में खानदानी राम भक्त हैं। यह वही भूमि है जिस भूमि ने सोमनाथ मंदिर के गुनहगार सालार मसूद को जहन्नुम में पहुंचाकर सोहेलदेव महाराज ने भारत के धर्म की रक्षा की थी। हम लोगों ने स्मारक भव्य बनाया है लेकिन ,समाजवादी ,कांग्रेस ने कभी स्मारक पर फूल तक नहीं चढ़ाया। यह लोग दरगाह में तो जाएंगे लेकिन महाराजा सुहेलदेव के स्मारक पर कभी नहीं जाएंगे। क्योंकि इनको डर है कि अगर वहां जाएंगे तो कहीं मुस्लिम वोट ना खिसक जाए। यह लोग हिंदुओं को बांटना चाहते हैं। पहले उन्होंने जाति के नाम बांटा फिर क्षेत्र और भाषा के नाम बांटा और आपकी प्रॉपर्टी पर भी इन लोगों की नजर हैं।
सत्ता में आने पर वरासत टैक्स
कांग्रेस ने कहा है कि सत्ता में आएंगे तो कांग्रेस और सपा का गठबंधन वरासत टैक्स लगाएंगे। वरासत टैक्स का मतलब आपके बाप दादा ने जो कमाया है उस संपत्ति में से आधी संपत्ति यह लोग जबरन समाजवादी पार्टी के गुंडे या फिर कांग्रेस के गुंडे हड़पने का काम करेंगे। क्या आप इसको स्वीकार करेंगे? भारतीय जनता पार्टी इस प्रकार की डकैती कभी स्वीकार नहीं करेगी। कहा जा रहा हम आएंगे तो जातीय जनगणना करेंगे। जाति जनगणना क्यों करेंगे? यह इसलिए करेंगे कि हिंदुओं को आपस में लड़ा दे और फिर आपस में लड़ने के बाद हिंदुओं के आरक्षण का अधिकार मुसलमान को दे देंगे।
मंच पर नजर नहीं है बृजभूषण
कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने पयागपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान यहां के प्रत्याशी करण भूषण सिंह उनके साथ मौजूद रहे। लेकिन भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने योगी के मंच पर नजर नहीं आए। बता दें कि अभी कुछ दिन पहले बृजभूषण शरण सिंह ने सिर्फ पीएम मोदी को ही अपना नेता बताया था। उनके मंच पर न शामिल होना क्षेत्र में चर्चा का विषय भी बना हुआ है।